Friday 8 November 2013

माइग्रेन के लक्षण और इससे बचाव के आसान उपाय

माइग्रेन एक सिरदर्द का रोग है। इसमें सिर के आधे भाग में भीषण दर्द होता है। इसका कोई इलाज नहीं है, किंतु इससे असरदार तरीके से निपटा जा सकता है। इस रोग में कभी कभी सिर के एक हिस्से मेंबुरी तरह धुन देने वाले मुक्कों का एहसास होता है, और लगता है कि सिर अभी फट जाएगा।
सिर में बार-बार होने वाला दर्द माइग्रेन का लक्षण हो सकता है। कुछ लक्षणों की तरफ ध्यान देने से इस परेशानी से बचा जा सकता है। अगर इन लक्षणों पर ध्यान देकर कुछ खास सावधानी बरतें तो माइग्रेन की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
अक्सर होने वाले सिरदर्द की तरफ ध्यान न देना खतरनाक साबित हो सकता है। दर्द की बार-बार शिकायत होने के पीछे माइग्रेन बड़ा कारण हो सकता है। 

अधिकतर मामलों में माइग्रेन बचपन से ही व्यक्ति को परेशान करना शुरू कर देता है। कुछ मामलों में यह युवा अवस्था में दस्तक देता है। इसकी चार अवस्थाएं होती हैं। किसी भी व्यक्ति को चारों में से एक अवस्था का सामना करना ही पड़ता है। इन विशेष तरीकों से माइग्रेन का पता लगाया जा सकता है। 

सिरदर्द होने पर दर्द के दौरान होने वाले लक्षणों को लिखें। इससे आपको यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि आप वाकई में माइग्रेन का शिकार हैं या नहीं।
घर वालों से पूछें : परिवार के कुछ सदस्यों से यह पूछें कि क्या उन्हें भी कभी ऐसी समस्या हुई है। यदि ऐसा है है तो आपको भी माइग्रेन का खतरा है।

माइग्रेन के पीछे जैनेटिक कारणों के साथ प्राकृतिक अवस्थाएं भी जिम्मेदार होती हैं। इसके अलावा दिमाग में पाया जाने वाला सेरोटोनिन भी माइग्रेन के लिए जिम्मेदार होता है। इससे सिरदर्द को बढ़ावा मिलता है। 

माइग्रेन का दर्द बढ़ने के कुछ महत्वपूर्ण कारण होते हैं। इसमें अनियमित भोजन, तनाव, सोने?जागने के समय में अंतर, वातावरण में अचानक बदलाव और अधिक दवाएं लेना शामिल हो सकता है।

रोजना की डाइट में पचने में आसान खाने को शामिल करें। इसके साथ ही कम से कम सात घंटे की नींद जरूर लें। रोजाना कम से कम आधा घंटा एक्सरसाइज के साथ योगा भी करें। सप्ताह में तीन से चार बार ध्यान की स्थिति में जाएं। ऐसा करने से आपका दिमाग रिलैक्स होगा और माइग्रेन से निटपने में मदद मिलेगी। 

माइग्रेन का खतरा उन लोगों को सबसे अधिक होता है, जिनके घर में भी इसके मरीज होते हैं। इसके साथ ही उम्र के 40वें वसंत में पहुंचने के बाद बहुत से माइग्रेन के रोगियों को इसके अटैक आने शुरू हो जाते हैं।

माइग्रेन का दर्द होने पर पुदीने की ताजी पत्तियों को उबालकर मिंट टी बनाएं। इसे पीने से दर्द में काफी राहत मिलती है।


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